बेल्स पाल्सी एक ऐसी स्थिति है जो चेहरे की एक तरफ की मांसपेशियों को कमजोर या लकवाग्रस्त कर देती है। यह किसी भी उम्र में किसी को भी प्रभावित कर सकता है, लेकिन 15 से 60 वर्ष की आयु के बीच के लोगों में यह अधिक आम है।
बेल्स पाल्सी का सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन माना जाता है कि यह वायरल संक्रमण, सूजन और तंत्रिका क्षति से जुड़ा हुआ है।
कई व्यायाम, जैसे चेहरे की मालिश, आंखों के व्यायाम और जीभ के व्यायाम, बेल्स पाल्सी को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। ये व्यायाम चेहरे की मांसपेशियों की ताकत में सुधार कर सकते हैं और स्थिति से जुड़े दर्द और परेशानी को भी कम कर सकते हैं।
11 आसान चेहरे की मांसपेशियों के व्यायाम
बेल्स पाल्सी एक्सर्साइज़ को सहज तरीके से समझने के लिए मैंने इसे तीन भागों मे विभाजित किया है, आँखों के लिए एक्सर्साइज़, होंठों की मांसपेशियों की एक्सर्साइज़, और गाल की मांसपेशियों की एक्सर्साइज़| तो चलिए सबसे पहले शुरू करते है आँखों के लिए एक्सर्साइज़ |
1. आंखें पूरी तरह से खोलना
बेल्स पाल्सी के लिए इस व्यायाम का उद्देश्य आंखों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करना है।
- इस व्यायाम को शुरू करने के लिए सबसे पहले अपनी आँखें पूरी तरह खोलने का प्रयास करें।
- पूरी तरह से खोलें और इसे कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को बनाए रखें, और
- फिर धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद करें और कुछ सेकंड के लिए रुकें।
- अपनी आँखें खोलने और बंद करने की इस प्रक्रिया को लगभग 10-15 बार दोहराएं|
#2 आंखें बंद करें और कसके आँखें सिकोड़ें
अगला व्यायाम है आंखें बंद करना और आँखें सिकोड़ना। हो सकता है कि आप अपनी आंखें पूरी तरह से बंद न कर पाएं, लेकिन आपको कोशिश करनी होगी। आंखें बंद करते समय आपको अपनी आंखों को हल्का सा सिकोड़ना है।
- इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले अपनी आंखें खोलकर आराम से बैठें।
- फिर, धीरे-धीरे अपनी दोनों आंख को बंद करें और इसे सिकोड़ते हुए पूरी तरह से बंद करने के कोशिस करें।
- 5-10 सेकंड के लिए इसी तरह आँखों को कसके बंद करके रखें और फिर छोड़ दें।
- इस अभ्यास को पूरे दिन में कई बार दोहराएं, हर बार 10-15 बार दोहराने का लक्ष्य रखें।
#3 पूरे चेहरे को सिकोड़ना
इस बेल्स पाल्सी के व्यायाम में आपके पूरे चेहरे को सिकोड़ना है और इसे 30 सेकंड तक बनाए रखना है। इसके लिए आप:
- पहले सीधे होकर आराम से बैठकर बैट जाएँ।
- अपने शरीर को रीलैक्स करने के लिए गहरी सांस अंदर और बाहर लें।
- इसके बाद, अपनी आँखें बंद करके, अपने होठों को सिकोड़कर और अपनी नाक को सिकोड़कर अपने पूरे चेहरे को सिकोड़ें।
- इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहें, यह सुनिश्चित करें कि पूरे समय आपके चेहरे की मांसपेशियाँ तनावग्रस्त रहें।
- 30 सेकंड के बाद, धीरे-धीरे अपने चेहरे से तनाव हटाएं और अपनी मांसपेशियों को आराम देने के लिए गहरी सांस अंदर और बाहर लें।
- इस व्यायाम को प्रतिदिन दो से तीन बार दोहराएं|
इस व्यायाम का उद्देश्य आंख और मुंह के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करना है| इससे चेहरे की मांसपेशियों के नियंत्रण में सुधार करने और लटकने की उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकता है।
4. माथे पर खड़ी झुर्रियाँ बनाना
हमारा अगला बेल्स पाल्सी एक्सरसाइज मे हमे अपने माथे पर झुर्रियाँ बनाना है, जिससे माथे की मांसपेशियों को मजबूत होंगी। हमे दो प्रकार की झुर्रियों बनानी है, पहला है आँखों के बीच खड़ी झुरइयाँ और और दूसरा है आँखों के ऊपर हॉरिजॉन्टल झुरइयाँ| तो चलिए खड़ी झुरइयाँ से शुरू करते है। इसके लिए:
- शीशे के सामने खड़े हो जाएं और दोनों हाथों की उंगलियों को अपनी भौंहों के ठीक ऊपर रखें।
- धीरे से अपने उंगलियों के मदद से अपनी भौंहों को अपनी आँखों की ओर खींचें और एक खड़ी झुर्रियाँ बनाने की कोशिस करें |
- 5-10 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें, फिर रीलैक्स छोड़े दें।
- इस अभ्यास को नियमित रूप से दोहराएँ।
#5 माथे पर हॉरिजॉन्टल झुर्रियाँ बनाना
- खड़ी झुरइयाँ बनाने के बाद, अपनी उंगलियों को अपनी भौंहों के बाहरी किनारों पर रखें।
- दोबारा, उंगलियों की मदद से भौहों को ऊपर की तरफ सिकोड़ने की कोशिस करें और एक हॉरिजॉन्टल झुरइयाँ बनाने की कोशिस करें |
- 5-10 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें, फिर रीलैक्स छोड़ें दें।
दोनों = व्यायामों को दिन में कई बार करें और हर सत्र मे 5-10 बार दोहराएं।
#6 नाक को चौड़ा करना
इस बेल्स पाल्सी एक्सरसाइज के जरिए नाक के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करेंगे।
- इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले अपनी नाक पर ध्यान केंद्रित करें। फिर जितना संभव हो सके नाक को फैलाने या चौड़ा करने का प्रयास करें और कुछ सेकंड के लिए उसी स्थिति में रहें।
- फिर, धीरे-धीरे फैलाव छोड़ें और अपने नासिका छिद्रों को आराम दें।
- फैलाव और विश्राम की इस प्रक्रिया को एक सत्र में 10 से 15 बार दोहराएं।
#7. गाल फुलाना
बेल्स पाल्सी के लिए अगले व्यायाम में होठों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करना शामिल है, जो इस बीमारी के कारण कमजोर हो सकती हैं। इस अभ्यास को करने के लिए:
- गहरी सांस लें और अपने गालों को हवा से फुलाएं, जितना संभव हो उतना बड़ा करें।
- ऐसा करते समय, प्रभावित, लकवाग्रस्त हिस्से पर अपने होठों के कोने से किसी भी हवा के रिसाव को रोकने का प्रयास करें। यह मुस्किल हो सकता है क्योंकि बेल्स पाल्सी के कारण आपके होठों को कसकर बंद करना मुश्किल होता है। अपने गालों में हवा को बनाए रखने के लिए अपने चेहरे की मांसपेशियों का उपयोग करके जितना संभव हो सके हवा के रिसाव को कम करने का प्रयास करें।
- कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे हवा छोड़ें।
- इस अभ्यास को एक ही सत्र में 10 से 15 बार दोहराएं।
#8 होठों को दबाना
हमारे होठों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए अगले व्यायाम में होंठों को आपस मे दबाना शामिल है।
- इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले अपने ऊपरी और निचले होठों को एक साथ रखें और उन्हें एक-दूसरे की ओर दबाएं।
- 5 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें, अपने होठों में तनाव महसूस करें|
- फिर, अपने होठों को ढीला करें और कुछ पल आराम करने दें |
- इस प्रक्रिया को एक सत्र में 10 से 15 बार दोहराएं|
#9 मुंह के कोने को फैलाएं और मुंह को दबाने का प्रयास करें
अगला व्यायाम होठों के कोने की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।
- इसके लिए पहले आपको अपने अंगूठे और तर्जनी उंगली को अपने होठों के दोनों कोनों पर रखें ।
- एक बार जब आपकी पकड़ अच्छी हो जाए, तो अपनी उंगलियों का उपयोग करके धीरे से अपने होंठों को बाहर की ओर खींचें।
- जैसे ही आप अपने होठों को बाहर की ओर फैलाते हैं, उन्हें अंदर की ओर दबाने के लिए अपने होठों और मुंह की मांसपेशियों का उपयोग करने का प्रयास करें। होंठों को जब अंदर की ओर सिकोड़ रहे होंगे, ठीक उसके उलट आप उंगलियों से होंठों को बाहर की तरफ कर रहे होंगे|
- कुछ सेकेंड इस स्थिति को बनाए रखें और फिर रीलैक्स कर दें |
- इस अभ्यास को एक सत्र में 10 से 15 बार दोहराने का प्रयास करें।
#10 ऊपरी होंठ को ऊपर उठाकर दांत दिखाना
- इसके लिए, दर्पण के सामने खड़े होकर या आरामदायक स्थिति में सीधे बैठ जाएँ ।
- अपने होठों को फैलाने की कोशिस करीं, जैसे कि आप एक साथ अपने ऊपरी और निचले दोनों दाँत दिखाने की कोशिश कर रहे हों।
- कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें, सुनिश्चित करें कि आपके होंठ पीछे की ओर रहें और आपके दाँत पूरी तरह से दिखाई दें।
इसके बाद, मुस्कुराने के अभ्यास पर आगे बढ़ें।
- ऐसा करने के लिए, सिर्फ अपने ऊपरी दांतों को दिखने की कोशिस करें| ऊपरी होंठ को धीरे से ऊपर उठाएं।
- ज़्यादा मुस्कुराने या अपने चेहरे की मांसपेशियों पर दबाव डालने से बचें, क्योंकि इससे आपकी मुस्कुराहट की समरूपता ख़राब हो सकती है।
#11 ऊपर की ओर स्ट्रोक करना
बेल्स पाल्सी के कारण प्रभावित हिस्से की चेहरे की मांसपेशियाँ नीचे की ओर झुक सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप चेहरे का स्वरूप विषम हो सकता है। इस शिथिलता को रोकने के लिए, एक सरल व्यायाम है जिसे अपने हाथों का उपयोग करके किया जा सकता है।
- इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले अपनी हाथों को प्रभावित हिस्से वाले गाल पर रखें जैसा की चित्र मे दिखाया गया है ।
- धीरे-धीरे अपनी हाथों को गालों को मालिश करते हुए ऊपर की ओर, अपनी हेयरलाइन तक ले जाएं।
- फिर, अपनी हाथ को गाल से अलग हटकर फिर से नीचे ले जाएं और फिर ऊपर की ओर मालिश करते हुए ले जाएँ ।
- इसे कई बार दोहराएं, हमेशा अपने कान की दिशा में ऊपर की ओर स्ट्रोक करें।
- नीचे की ओर स्ट्रोक करने से बचना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे चेहरे की पहले से ही ढीली मांसपेशियां और खराब हो सकती हैं। ऊपर की ओर स्ट्रोक करके, आप चेहरे की मांसपेशियों को टोन करने और ऊपर उठाने में मदद कर रहे हैं, जिससे आपके चेहरे के प्रभावित हिस्से की उपस्थिति में सुधार हो सकता है।
#12 गुब्बारा फुलाना, पानी पर बुलबुले बनाना
अब व्यायाम आता है, जैसे गुब्बारा फुलाना और एक स्ट्रॉ का उपयोग करके एक गिलास पानी पर बुलबुले बनाना। बाकी सभी एक्सरसाइज का मकसद हमारे होठों की मांसपेशियों को मजबूत करना है।
- इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में पानी भर लें।
- फिर, बुलबुले बनाने के लिए एक स्ट्रॉ से पानी में हवा डालें।
- जितना संभव हो उतने बुलबुले उड़ाने का प्रयास करें और जितना हो सके उतना लंबे समय तक बुलबुले उड़ाते रहें।
यह व्यायाम बेल्स पाल्सी वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह चेहरे की मांसपेशियों को मजबूत करने और होठों और मुंह पर नियंत्रण में सुधार करने में मदद करता है। यह प्रभावित क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को उत्तेजित करने, उपचार प्रक्रिया में सहायता करने में भी मदद करता है।
बुलबुले उड़ाने की छोटी अवधि से शुरुआत करना आवश्यक है और जैसे-जैसे आप अधिक सहज होते जाते हैं, धीरे-धीरे अवधि बढ़ाते जाएं। सर्वोत्तम परिणामों के लिए आप इस व्यायाम को प्रतिदिन कई बार करें।
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Dr Sunit Sanjay Ekka is a physiotherapist in practice for the last 15 years. He has done his BPT from one of the premium Central Government physiotherapy colleges, ie, SVNIRTAR. The patient is his best teacher and whatever he gets to learn he loves to share it on his Youtube channel and blog.